Shabad: Mehma Naam Kahan Lehbarnou

Granth: Guru Granth Sahib| Raag: Vaaran | Writer: Bhai Gurdas | Also Available In: Amrit Kirtan | Poti Panna: 679

Granth: Guru Granth Sahib | Ang: 142 | Raag: Bilvaal Mahla 5 | Writer: Guru Angad Dev Ji | Also Available In: Sukhmani Sahib | Ashtpadi: 22 | Paudi: 8

  • ਗੁਰਮਤਿ ਸਤਿ ਕਰਿ ਕਾਲਕੂਟ ਅੰਮ੍ਰਿਤ ਹੁਇ

    गुरमति सति करि कालकूट अंम्रित हुइ

    Guramath Sath Kar Kalakoott Anmrith Huei

    ...

  • ਕਾਲ ਮੈ ਅਕਾਲ ਭਏ ਅਸਥਿਰ ਕੰਧ ਹੈ ॥

    काल मै अकाल भए असथिर कंध है ॥

    ਕਾਲ ਮੈ ਅਕਾਲ ਭਏ ਅਸਥਿਰ ਕੰਧ ਹੈ ॥

    ...

  • ਗੁਰਮਤਿ ਸਤਿ ਕਰਿ ਜੀਵਨਮੁਕਤ ਭਏ

    गुरमति सति करि जीवनमुकत भए

    Guramath Sath Kar Jeevanamukath Bheae

    ...

  • ਮਾਇਆ ਮੈ ਉਦਾਸ ਬਾਸ ਬੰਧ ਨਿਰਬੰਧ ਹੈ ॥੨੭॥

    माइआ मै उदास बास बंध निरबंध है ॥२७॥

    Maeia Mai Oudhas Bas Bandhh Nirabandhh Hai ||a||

    ...

  • ਗੁਰਮਤਿ ਸਤਿ ਕਰਿ ਸਿੰਬਲ ਸਫਲ ਭਏ

    गुरमति सति करि सिंबल सफल भए

    Guramath Sath Kar Sinbal Safal Bheae

    ...

  • ਗੁਰਮਤਿ ਸਤਿ ਕਰਿ ਬਾਂਸ ਮੈ ਸੁਗੰਧ ਹੈ ॥

    गुरमति सति करि बांस मै सुगंध है ॥

    Guramath Sath Kar Bans Mai Sugandhh Hai ||

    ...

  • ਗੁਰਮਤਿ ਸਤਿ ਕਰਿ ਕੰਚਨ ਭਏ ਮਨੂਰ

    गुरमति सति करि कंचन भए मनूर

    Guramath Sath Kar Kanchan Bheae Manoora

    ...

  • ਗੁਰਮਤਿ ਸਤਿ ਕਰਿ ਪਰਖਤ ਅੰਧ ਹੈ ॥

    गुरमति सति करि परखत अंध है ॥

    Guramath Sath Kar Parakhath Andhh Hai ||

    ...